लव स्टोरी (2021) की कहानी का सारांश
“लव स्टोरी” एक तेलुगु रोमांटिक-ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन शेकर कमुला ने किया है। यह फिल्म जाति भेदभाव और सामाजिक असमानता के मुद्दों को उठाती है। यहाँ पर इस फिल्म की कहानी का विस्तृत सारांश दिया गया है:
मुख्य पात्र
- रेवनथ (नागा चैतन्य): एक निम्न जाति का क्रिश्चियन, जो हैदराबाद में एक ज़ुम्बा सेंटर चलाता है।
- मौनिका (साई पल्लवी): एक उच्च जाति की लड़की, जो नौकरी की तलाश में हैदराबाद आई है।
- नरसिंह (राजीव कनकाला): मौनिका का चाचा, जो एक प्रभावशाली व्यक्ति है।
- मौनिका की माँ (देवयानी): मौनिका के परिवार का समर्थन करती हैं।
- रेवनथ की माँ (ईस्वरी राव): रेवनथ के लिए सहारा बनती हैं।
कहानी का सारांश
पहली मुलाकात:
रेवनथ और मौनिका की पहली मुलाकात तब होती है जब मौनिका नौकरी की तलाश में होती है। रेवनथ उसे अपने ज़ुम्बा सेंटर में काम करने का प्रस्ताव देता है।
साझेदारी और प्यार:
मौनिका ज़ुम्बा सेंटर में काम करने लगती है और दोनों के बीच दोस्ती बढ़ती है। जैसे-जैसे वे एक-दूसरे को समझते हैं, उनका प्यार भी बढ़ता है।
पारिवारिक संघर्ष:
मौनिका का चाचा नरसिंह उनकी प्रेम कहानी को स्वीकार नहीं करता और मौनिका को धमकाता है। इस वजह से मौनिका अपने परिवार से दूर जाने का फैसला करती है।
योजना बनाना:
दोनों मिलकर एक योजना बनाते हैं ताकि वे अपने परिवारों से भाग सकें। रेवनथ दुबई जाने का निर्णय लेता है ताकि वे अपनी जिंदगी की नई शुरुआत कर सकें।
अतीत का सामना:
मौनिका रेवनथ को बताती है कि उसके चाचा ने उसके साथ बचपन में दुर्व्यवहार किया था और अब वह उसकी बहन को निशाना बना रहा है। यह सुनकर रेवनथ मौनिका की मदद करने का निर्णय लेता है।
संघर्ष और मुकाबला:
जब नरसिंह उनके घर आता है, तो मौनिका की माँ उसे बंद कर देती हैं। लेकिन नरसिंह के लोग उन्हें पकड़ने की कोशिश करते हैं। रेवनथ अपने प्यार के लिए लड़ने का फैसला करता है।
अंतिम संघर्ष:
रेवनथ नरसिंह से लड़ाई करता है और उसे मार देता है। इसके बाद वह पुलिस द्वारा गिरफ्तार होता है, लेकिन अदालत में यह साबित होता है कि यह अनजाने में हुआ था।
निष्कर्ष
“लव स्टोरी” न केवल प्रेम कहानी पर आधारित है, बल्कि यह जाति भेदभाव, सामाजिक असमानता और पारिवारिक दबावों को भी उजागर करती है। फिल्म दर्शकों को यह संदेश देती है कि सच्चा प्यार सभी बाधाओं को पार कर सकता है, लेकिन समाज के पूर्वाग्रहों से लड़ना भी आवश्यक होता है। नागा चैतन्य और साई पल्लवी ने अपने पात्रों को जीवंत किया और दर्शकों के दिलों को छू लिया。
वर्तमान तिथि: सोमवार, 24 मार्च 2025, 2:21 PM IST.